एक और हादसा

गुरुवार, 30 जून 2011
29/06/2011 बु्धवार को एन एच 30  के 19 वें किलो मीटर पर एक ट्रक पलटी।



3 टिप्पणियाँ:

  1. ये परिदृश्य हर जगह देखने को मिल जाता है। क्या करें, पापी पेट का होता है सवाल, मचा देता है जिंदगी मे बवाल। रोजमर्रे के दौड़ भाग में, रखता नही होश अपने आप मे,हो जाता है बकरे की भांति हलाल। पर तारिफ़े काबिल है, आपका प्रस्तुतिकरण, रख इन बातों का खयाल……। नाइस!

  1. Gyan Darpan ने कहा…:

    बहुत दुखद होते है ये सड़क हादसे इनकी विभीषिका वही समझ सकते है जो इनसे प्रभावित होते है|

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कोई काम नहीं है मुस्किल,जब किया ईरादा पक्का।
मै हूँ आदमी सड़क का,-----मै हूँ आदमी सड़क का

 
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